नेहा और ज्योति ने सैलून पर काम करके रचा इतिहास

गोरखपुर मंडल के छोटे से गांव में जेंट्स सलून चला देश भर में चर्चा में आईं दो सगी बहनों ज्योति और नेहा के समर्थन और सम्मान में आज हर कोई आ खड़ा हुआ है। प्रशासन, जनप्रतिनिधि और बुद्धिजीवियों के साथ-साथ आम जनता भी आज दोनों बहनों की तारीफ के कसीदे पढ़ते नहीं थक रही। सबसे बड़ी बात कि अब दोनों बहनों ने जेंट्स सलून को बंद कर ब्यूटीपार्लर खोलने का अपना फैसला बदल दिया। कहा कि हमने सोचा न था यह काम हमें देश भर में सम्मान दिला देगा। हम अब यही काम जारी रखेंगी।

प्रशासन ने दोनों को उनकी दुकान पर पहुंच कर सम्मानित किया। शासन को पत्र लिख कर राज्य सरकार से सम्मान की अनुशंसा किए जाने की जानकारी ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अभिषेक पांडेय ने रविवार को दी। उनकी ओर से कहा गया, बेटियों का प्रयास नारी सशक्तीकरण का नायाब उदाहरण है। ठेठ गंवई परिवेश में रहने वाली इन बेटियों ने समाज की परवाह किए बिना पिता- परिवार पर आई मुश्किलों को अपने कंधे पर ओढ़ लिया। दोनों सम्मान की हकदार हैं। इनका सम्मान औरों के लिए भी नजीर बनेगा। बेटियों को सम्मान दिलाने के लिए शीघ्र ही शासन को पत्र भेजा जाएगा।
हेयरकटिंग की दुकान चलाने वाले पिता को लकवा मार जाने के बाद बीते पांच साल से परिवार की रोटी का इंतजाम करने में जुटीं इन दोनों बहनों के संघर्ष और जीवट की कहानी गुरुवार को दैनिक जागरण ने प्रकाशित की थी। बताया था कि किस तरह दोनों किशोरवय बहनों ने लड़कों के वेश में जेंट्स सलून की जिम्मेदारी संभाली। पुरुषों की दाढ़ी व बाल काटने का काम कर परिवार को आजीविका दी। कुशीनगर के विधायक रजनीकांत मणि त्रिपाठी व प्रशासन की तरफ से ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अभिषेक पांडेय बनवारी टोला गांव स्थित उनके घर पहुंचे और दोनों बहनों को सम्मानित किया। इन बहनों ने समाज की धारा के विपरीत पुरुष प्रधान पेशे को विपरीत परिस्थितियों में अपनाया और जागरण ने उनके जज्बे को देश के फलक पर रखा।
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने हौसला आफजाई करते हुए उन्हें नकद राशि देकर सम्मानित किया और कहा कि दोनों बहनें समाज को बदल सकने वाली असल नायिका हैं। हमारे गांव की ये दो बेटियां पूरे समाज को आईना दिखा रही हैं। उन्हें हर तरह का प्रोत्साहन प्रदान करना हमारी जिम्मेदारी है। विधायक ने कहा, दोनों बेटियां समाज में बदलाव की सशक्त इबारत लिख रही हैं। मेरे क्षेत्र की इन बेटियों ने अपने साहस के बल पर वह किया, जिसकी इस परिवेश में कल्पना करना तक कठिन है। इनके हौसले को सलाम करता हूं। हर किसी को इनके प्रति सम्मान का दृष्किोण रखना चाहिए।

जब आंख से छलके आंसू… : सम्मान मिला तो दोनों बेटियों और उनके पिता ध्रुवनारायण शर्मा भावुक हो उठे। आंखों में आंसू आ गए। नेहा तो अपने को रोक नहीं पाई और फफक कर रो पड़ी। पिता ने कहा कि समाज ने बहुत कुछ कहा तो अपनों ने भी नहीं छोड़ा। आज इस सम्मान ने उस घाव को भरने का कार्य किया है। ज्योति ने बताया कि दैनिक जागरण में खबर प्रकाशित होने के बाद देशभर से मीडिया ने उनसे संपर्क किया। प्रशासन के अलावा क्षेत्र के अन्य लोगों ने भी हौसला बढ़ाया। ज्योति ने उनकी हौसलाअफजाई करने वाले मशहूर हेयरस्टाइलिस्ट जावेद हबीब को भी धन्यवाद दिया।

सम्मान के बाद तुरंत काम… : सम्मानित होने के बाद दोनों बहनें सीधे सलून पहुंची और अपने कार्य में जुट गईं। उन्होंने कहा कि काम ने पहचान और सम्मान दोनों दे दिया। बहुत अपमान झेला। आज इस सम्मान ने साबित कर दिया कि हमारा फैसला और हौसला दोनों सही है। अब हम अपना यह काम बंद नहीं करेंगी।
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1 Comments

  1. Sen samaj se judne aur unhe jagruk karne ke liye ham sab ko age ana hoga...

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